राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥ तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना । ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोsस्तुते । सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना॥ कराल बदनाय नारसिंहाय सकल भूत प्रेत दमनाय बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेई https://angelooevka.blogolenta.com/31914365/rumored-buzz-on-hanuman-mantra